
दीपावली 2025 : रोशनी, श्रद्धा और उत्सव का पर्व
दीपावली, जिसे दीपोत्सव भी कहा जाता है, कार्तिक कृष्ण अमावस्या के दिन पूरे भारतवर्ष में बड़े धूमधाम से मनाई जाती है। यह वैश्य समाज का प्रमुख त्यौहार है, साथ ही हर वर्ग के लोग इसे अपार श्रद्धा और उत्साह के साथ मनाते हैं।
दीपावली से लगभग पंद्रह दिन पहले ही घरों और दुकानों की सफाई शुरू हो जाती है। इस दिन घरों और व्यवसायिक स्थानों को दीपों और रंग-बिरंगी लाइटों से सजाया जाता है। रात्रि में माँ लक्ष्मी और भगवान गणेश की विधिवत पूजा की जाती है। व्यापारी वर्ग इस दिन अपनी बही-खातों और वासनों की पूजा भी करते हैं।
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, इसी दिन माँ लक्ष्मी जी समुद्र मंथन से प्रकट हुई थीं। इसी दिन भगवान वामन ने राजा बलि को पाताल लोक का अधिपति बनाकर उनके द्वार पर निवास स्वीकार किया था।
एक अन्य कथा के अनुसार, भगवान श्रीराम रावण का वध कर माता सीता और लक्ष्मण सहित अयोध्या लौटे थे, तब अयोध्यावासियों ने दीप प्रज्वलित कर उनका स्वागत किया था। इसी दिन राजा विक्रमादित्य ने सिंहासन पर बैठकर नव संवत की घोषणा की थी।
इन्हीं सभी कारणों से दीपावली का पर्व अत्यंत शुभ और मंगलमय माना जाता है। इस दिन लक्ष्मी-गणेश सहित सभी देवी-देवताओं की पूजा कर लोग सुख, समृद्धि और सफलता की कामना करते हैं।
🪔 दीपावली 2025 के महत्वपूर्ण तिथियाँ
-
धनतेरस – 18 अक्टूबर 2025 (शनिवार)
-
नरक चतुर्दशी – 19 अक्टूबर 2025 (रविवार)
-
दीपावली / लक्ष्मी पूजा – 20 अक्टूबर 2025 (सोमवार)
-
अमावस्या तिथि प्रारंभ: 20 अक्टूबर, प्रातः 3:44 बजे
-
अमावस्या तिथि समाप्त: 21 अक्टूबर, प्रातः 5:54 बजे
-
-
गोवर्धन पूजा – 22 अक्टूबर 2025 (मंगलवार)
-
भाई दूज – 23 अक्टूबर 2025 (बुधवार)
गोवर्धन पूजा 2025
दीपावली के एक दिन बाद, 22 अक्टूबर 2025 को गोवर्धन पूजा मनाई जाएगी। यह पर्व अत्यंत उत्साह और श्रद्धा के साथ पूरे देश में मनाया जाता है।
इस दिन भगवान श्रीकृष्ण की पूजा-अर्चना करने से साधक को प्रभु की विशेष कृपा प्राप्त होती है।
गोवर्धन पूजा के अवसर पर मथुरा सहित देश के अनेक हिस्सों में अद्भुत शोभा और रौनक देखने को मिलती है।इस वर्ष कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि का आरंभ
21 अक्टूबर को शाम 5 बजकर 54 मिनट पर होगा,
और समापन
22 अक्टूबर को रात 8 बजकर 16 मिनट पर होगा। -
भाई दूज 2025
द्रिक पंचांग के अनुसार, इस वर्ष भाई दूज का त्यौहार 23 अक्टूबर 2025 (गुरुवार) को मनाया जाएगा।
इस दिन बहनें अपने भाइयों को तिलक लगाकर उनकी लंबी आयु और सुख-समृद्धि की कामना करती हैं,
वहीं भाई अपनी बहनों को उपहार देकर उनकी रक्षा करने का वचन देते हैं।इस वर्ष कार्तिक माह की शुक्ल द्वितीया तिथि का आरंभ
22 अक्टूबर को रात 8 बजकर 16 मिनट पर होगा,
और समापन
23 अक्टूबर को रात 10 बजकर 46 मिनट पर होगा।तिलक का शुभ मुहूर्त:
🕐 दोपहर 1 बजकर 13 मिनट से 3 बजकर 28 मिनट तक रहेगा।