Kisan Andolan: किसानों का क्या क्या मांग है उसके बारे में जानें

किसान आंदोलन 2024 :- पंजाब और हरियाणा के किसान संगठनों ने न्यूनतम समर्थन मूल्य पर MSP के लिए कानूनी गारंटी , स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों को लागू करने और 60 साल से ऊपर के किसानों को 10 हजार रुपये पेंशन देने की मांग पर आंदोलन शुरू कर दिया है। आंदोलन का आज तीन दिन हुआ है, पंजाब व हरियाणा के किसानों ने दिल्ली की ओर 13 फ़रवरी को हल्ला बोल दिया था ।

शंभू बॉर्डर पर घमासान मचा हुआ था । पुलिस पर पथराव होने के बाद इलाके में आंसू गैस के गोले छोड़े गए थे। फिर कई आंदोलनकारियों को हिरासत में लिया गया था । फिर भी किसान अपनी मांगों पर डटे हुए है।

 

हरियाणा पुलिस ने राज्य में 152 से ज्यादा जगहों पर चेकिंग पॉइंट स्थापित किये थे। सिंघु बॉर्डर और टीकर पर ड्रोन से निगरानी की जा रही थी हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात कर उन्हें किसान संगठनों के दिल्ली कूच के बारे में जानकारी दी थी। इस आंदोलन को 2.0 भी कहा जाता है।

आइए जानते हैं किसान आंदोलन 2.0 में किसानों की प्रमुख मांगें क्या क्या हैं।:- 1. किसानों की सबसे खास मांग न्यूनतम समर्थन मूल्य MSP के लिए कानून बनना है। 2. किसान नेता ये भी चाहते हैं कि लखीमपुर खीरी हिंसा के पीड़ितों को केंद्र सरकार के द्वारा न्याय दे और परिवार के एक सदस्य को नौकरी दी जाए । 3. किसान ने आंदोलन में स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों को भी लागू करने की मांग भी कर रहे हैं । 4. 60 साल उम्र वाले किसानों को 10 हजार रुपये पेंशन देने की मांग है।

5. भूमि अधिग्रहण अधिनियम 2013 को उसी तरीके से लागू किया जाये और भूमि अधिग्रहण के संबंध में केंद्र सरकार की ओर से राज्यों को दिए गए निर्देशों को रद्द किया जाये। 6. किसानों का मांग है कि सभी किसानों का सरकारी और गैर सरकारी कर्ज माफ किया जाए । 7.किसानों की मांग है की कीटनाशक, बीज और उर्वरक अधिनियम में संशोधन करके कपास सहित सभी फसलों के बीजों की गुणवत्ता में भी सुधार किया जाए। 8. किसानों की मांग है भारत को डब्ल्यूटीओ से बाहर निकाला जाए।

9. किसान आंदोलन में ये भी शामिल है कि किसान कृषि ऋण माफ करने की मांग भी कर रहे हैं। 10.किसानों की मांग है कृषि वस्तुओं, दूध उत्पादों, सब्जियों , फलों और मांस पर आयात शुल्क कम करने के लिए भत्ता बढ़ाया जाय। पंजाब के हजारों किसान लगातार तीसरे दिन हरियाणा की सीमाओं पर डटे हुए हैं और दिल्ली आने पर अड़े हैं.

शंभू बॉर्डर पर विरोध-प्रदर्शन का आज तीसरा दिन हो गया है.बुधवार को सारा दिन किसानों ने पंजाब-हरियाणा की सीमाओं पर बैरिकेड्स तोड़ने की कोशिशें की थी । सुरक्षाबलों ने किसानों को रोकने की पुख्ता तैयारी की है. रबर बुलेट से फायरिंग से लेकर आंसू गैस के गोले दागे जा रहे थे और ड्रोन से भी अटैक कर आंदोलन कारियों को खदेड़ा जा रहा था .

इस बीच, किसान नेताओं ने केंद्र सरकार से बातचीत के प्रस्ताव को स्वीकार किया है. आज गुरुवार शाम 5 बजे चंडीगढ़ में तीसरे राउंड की बातचीत की जाएगी । किसानों का दिल्ली चलो मार्च के बीच संयुक्त किसान मोर्चा एसकेएम ने भी 16 फरवरी को भारत बंद का आह्वान कर दिए है। एसकेएम ने अन्य किसान संगठनों को भी भारत बंद में शामिल होने का अनुरोध किया है।

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