बिहार पब्लिक सर्विस कमीशन ( BPSC ) यह एक स्टेट-लेवल गवर्नमेंट ऑर्गनाइजेशन है, जो की सिविल सर्विसेज एग्जाम को आयोजित करता है तथा राज्य के विभिन्न एडमिनिस्ट्रेटिव पदों के लिए कैंडिडेट्स का चयन भी करता है। बिहार पब्लिक सर्विस कमीशन (BPSC ) का फूल फॉर्म है और हिंदी में बिहार लोक सेवा आयोग कहते है । BPSC की आयु सीमा सामान्य पुरुष 37 वर्ष ,जनरल महिला -पुरुष OBC 40 वर्ष , SC महिला -पुरुष उम्र 42 वर्ष है।
BPSC कौन-कौन सी परीक्षा आयोजित करता है और पूरा नाम :-
BPSC – बिहार पब्लिक सर्विस कमीशन
BPS – बिहार पुलिस सर्विस
BFS – बिहार फाइनेंशियल सर्विस
BAS – बिहार एडमिनिस्ट्रेटिव सर
बीपीएससी सिलेबस क्या है :-
बीपीएससी सिलेबस में आपको मुख्य रूप से भारत का इतिहास, भूगोल, महत्वपूर्ण घटनाएं, भारत की तरक्की में बिहार राज्य की भूमिका, विज्ञान के क्षेत्र में बिहार राज्य की भूमिका, बिहार राज्य की अर्थव्यवस्था, निबंध, सारांश, व्याकरण, हिंदी साहित्य, अंग्रेजी साहित्य, अंतरराष्ट्रीय संबंध आदि से प्रश्न पूछे जाते हैं। तैयारी शुरू करने से पहले सिलेबस को अच्छी तरह से समझ लें. इसे ध्यान पूर्वक पढ़ें और फिर अपनी क्षमताओं के अनुसार अनुभागों को विभाजित कर ले प्रत्येक विषय पर अपना पूरा ध्यान रखे जिसके लिए आप तैयार हैं. एक उचित अध्ययन व्यवस्था वास्तव में आवश्यक होती है. आपको अपनी समय सारिणी का भी पालन करना चाहिए।
करेंट अफेयर्स :- आपको करेंट अफेयर्स पर भी पूरा ध्यान होना चाहिए। इसमें कोई संदेह नहीं है कि सरकारी परीक्षा के लिए करेंट अफेयर्स सबसे महत्वपूर्ण होती है. सभी वर्तमान घटनाओं पर आप अपनी नज़र रखें, समाचारों से अपडेट रहें, और समाचार पत्र की सदस्यता प्राप्त करें प्रामाणिक जानकारी के लिए प्रतिष्ठित समाचार पत्रों को चुने और न्यूज़ को भी सुने।
पिछले वर्ष के प्रश्न पत्र :-पिछले वर्ष के प्रश्न पत्र को इंटरनेट से ले और इकट्ठा कर नोट बना ले तथा परीक्षा के पैटर्न को समझने के लिए अभ्यास करें. ऐसा भी होता हैं कि कुछ प्रश्न दोहराए जाते हैं. इसलिए यदि आप पूरी तरह से तैयारी करते हैं तो आप परीक्षा में सफल हो सकते है।
सर्वोत्तम पुस्तकें प्राप्त करे :-जिस तरह आपको प्रामाणिक समाचारों के लिए अच्छे समाचार पत्रों की आवश्यकता होती है, उसी तरह आपको प्रामाणिक तथ्यों और सूचनाओं के लिए सर्वोत्तम पुस्तकों की आवश्यकता पड़ती है. अपनी तैयारी के लिए मानक पुस्तकें चुनें और बीच में उनमें बदलाव नहीं करना चाहिए । आप उनसे जुड़े रहें ताकि अच्छे नोट्स लें सके और अपनी तैयारी की नियमित समीक्षा के लिए अपने अध्ययन समय में से कम से कम 3 से 4 घंटे अलग रखने का ध्यान दे . नीचे दी गई पुस्तकें हैं जिन्हें अभ्यर्थी पढ़ सकते हैं और तैयारी कर सकते है।
भूगोल :-
भौतिक और मानव भूगोल: जी. सी. लियोंग
विश्व एवं भौतिक भूगोल: डी.आर.खुल्लर
भारत का भूगोल: माजिद हुसैन
इतिहास :-
मध्यकालीन भारत का इतिहास:- सतीश चंद्र
भारत का प्राचीन अतीत:- आर.एस. शर्मा
आधुनिक भारत का इतिहास:- बिपन चंद्र
भारतीय कला और संस्कृति:- नितिन सिंघानिया
अर्थशास्त्र
भारतीय अर्थव्यवस्था: रमेश सिंह
भारतीय अर्थव्यवस्था: मिश्रा और पुरी.
भारतीय अर्थव्यवस्था: प्रदर्शन तथा नीतियां – उमा कपिला
भारतीय राजव्यवस्था :-
भारत का संविधान (पॉकेट संस्करण): पी.एम. बख्शी
भारतीय राजव्यवस्था: एम. लक्ष्मीकांत
भारत के संविधान का परिचय: डी. डी. बसु (वैचारिक स्पष्टता के लिए)
बिहार लोक सेवा आयोग यानि BPSC की चयन प्रक्रिया इस प्रकार :-
प्रथम प्रारंभिक परीक्षा (preliminary examination) :- आवेदन करने के बाद आपको सबसे पहले प्रारंभिक परीक्षा देनी होती है। इस परीक्षा में वस्तुनिष्ठ प्रश्न पूछे जाते है, जिसमें आपसे सामान्य ज्ञान, तर्क और गणितीय क्षमता से जुड़े सवाल पूछे जाते है। सबसे पहले आयोग द्वारा परीक्षा से संबंधित विज्ञप्ति जारी की जाती है, उसके बाद ऑनलाइन आवेदन पत्र भरने की प्रक्रिया शुरू होती है। फॉर्म भरने की प्रक्रिया पूरी होने के बाद आमतौर पर 3 से 4 महीने के बाद प्रारंभिक परीक्षा आयोजित किया जाती है। प्रारंभिक परीक्षा आयोग द्वारा निर्धारित राज्य के विभिन्न केंद्रों पर एक ही दिन आयोजित की जाती है। आयोग द्वारा आयोजित प्रारंभिक परीक्षा वस्तुनिष्ठ प्रकृति की होती है, जिसमें प्रत्येक प्रश्न के लिए दिए गए चार विकल्पों – (ए, बी, सी और डी) में से एक सही विकल्प चुनना होता है। प्रश्न से संबंधित चयनित विकल्प को आयोग द्वारा दी गई ओएमआर सीट पर उसके सामने दिए गए संबंधित गोले में उचित स्थान पर काले या नीले बॉलपॉइंट पेन से भरना होगा। वर्तमान में आयोग की इस प्रारंभिक परीक्षा में अन्य राज्यों के विपरीत सामान्य अध्ययन (वस्तुनिष्ठ) से केवल एक प्रश्न पत्र पूछा जाता है, जिसमें प्रश्नों की कुल संख्या 150 और अधिकतम अंक 150 होते हैं। आयोग द्वारा निर्धारित दो घंटे की समय सीमा। BPSC परीक्षा में उत्तीर्ण होने के लिए आमतौर पर 60-70% अंकों की आवश्यकता होती है, लेकिन कभी-कभी प्रश्नों के कठिनाई स्तर के आधार पर यह प्रतिशत कम भी हो सकता है।
इसमें नेगेटिव मार्किंग भी है. प्रत्येक सही उत्तर पर 1 अंक दिया जाता है और प्रत्येक गलत उत्तर के लिए 0.33 अंक काट लिया जाता है। यदि कोई अभ्यर्थी किसी प्रश्न का एक से अधिक उत्तर देता है तो वह उत्तर गलत माना जायेगा। प्रश्न पत्र दो भाषाओं में होती (हिंदी और अंग्रेजी) में दिए गए हैं। प्रश्न की भाषा के संबंध में किसी भी विवाद की स्थिति में अंग्रेजी भाषा में मुद्रित प्रश्नों को प्राथमिकता दी जाएगी। प्रारंभिक परीक्षा क्वालिफाइंग प्रकृति की होती है। इसमें प्राप्त अंक मुख्य परीक्षा या साक्षात्कार के अंकों के साथ नहीं जोड़े जाते हैं।
दूसरा मुख्य परीक्षा (main exam ) :- प्रारंभिक परीक्षा में अगर आप सफल होते है तो आपको मुख्य परीक्षा देनी होगी। इसमें भी आपसे सामान्य अध्ययन, निबंध और वैकल्पिक विषयों पर प्रश्न पूछे जायेगे। प्रारंभिक परीक्षा में सफल उम्मीदवारों के लिए मुख्य परीक्षा का आयोजन पटना में आयोग द्वारा निर्धारित विभिन्न केंद्रों पर किया जाता है।
o मुख्य परीक्षा वर्णनात्मक प्रकृति की ही होती है। इसमें प्रश्नों के उत्तर आयोग द्वारा दी गई उत्तर-पुस्तिका में लिखने पड़ते है ।
o मुख्य परीक्षा का प्रश्न पत्र दो भागों में विभाजित किया जाता (अनिवार्य एवं वैकल्पिक) होता है।
o अनिवार्य विषय- सामान्य हिंदी, सामान्य अध्ययन प्रथम पेपर, सामान्य अध्ययन द्वितीय पेपर और निबंध पेपर को शामिल किया जाता है ।
o वैकल्पिक विषय – अभ्यर्थी द्वारा विज्ञप्ति के दौरान उसमें दिये गये विषयों में से एक वैकल्पिक विषय का चयन करते है । मुख्य परीक्षा में वैकल्पिक विषयों का मानक लगभग पटना विश्वविद्यालय की तीन वर्षीय ऑनर्स परीक्षा के समान ही होता है । वैकल्पिक पेपर एमसीक्यू आधारित और क्वालीफाइंग प्रकृति का होता है ।
o मुख्य परीक्षा में एक बार चुना गया वैकल्पिक विषय अंतिम होती है और किसी भी स्थिति में बदला नहीं जा सकता ।
मुख्य परीक्षा कुल 900 अंकों की होगी (अर्हकारी सामान्य हिंदी पेपर और वैकल्पिक पेपर को छोड़कर)।
विषय | निशान | समय |
सामान्य हिन्दी | 100 | 03 घंटा |
सामान्य अध्ययन – I | 300 | 03 घंटा |
सामान्य अध्ययन – II | 300 | 03 घंटा |
निबंध | 300 | O3 घंटा |
वैकल्पिक (एमसीक्यू आधारित) | 100 | 03 घंटा |
तीसरा साक्षात्कार( Interview ) :- अगर आप मुख्य परीक्षा में सफल होते है तो आपको साक्षात्कार के लिए बुलाया जाता है। जिसमे उम्मीदवार को व्यक्तित्व, संचार कौशल और निर्णय लेने की क्षमता का मूल्यांकन होता है। जब आप सभी चयन प्रक्रिया में सफलता प्राप्त कर लेते है तब आपको इससे जुड़े पोस्ट पर नियुक्ति प्रदान करती है। साक्षात्कार Interview 120 अंको का होता है। जिसमे फाइनल मेरिटलिस्ट 1020 अंक का होता है जिसमे इंटरव्यू 120 अंक और मुख्य परीक्षा ka 900 अंको के आधार पर तैयार किया जाता है।