कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली ने दूसरी बार थामा ‘कमल’ का हाथ

अरविंदर सिंह लवली शनिवार को बीजेपी में शामिल हो गए है। दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के कुछ दिन बाद अरविंदर सिंह लवली शनिवार को बीजेपी में शामिल हो गए है। उन्होंने जब बीते दिनों पद से इस्तीफा दिया था तब से उनके पार्टी छोड़ने के बाद अनुमान लगा रहे थे.। अटकलें थीं कि उनका अगला कदम क्या हो सकता है। हालांकि उन्होंने तब कहीं जाने से साफ इनकार कर दिया था। अरविंदर सिंह पहले भी बीजेपी में रह चुके हैं और इसे छोड़कर कांग्रेस में गए थे। परन्तु उन्होंने शनिवार को बीजेपी का दामन फिर से थाम लिया।
अरविंदर सिंह लवली क्या बोले ?
अरविंदर सिंह लवली ने बीजेपी में शामिल हो गए शनिवार को होने के बाद कहा कि ‘पीएम मोदी, नड्डा और अमित शाह का धन्यवाद में करता हूँ। जब हम खोए-खोए घूम रहे थे, उस समय इन्होंने मुझे मौका दिया है। हम आज पांच वरिष्ठ लोग आए हैं, लेकिन बहुत लोग हैं जो चाहते हैं कि देश को सशक्त सरकार मिले। देश के विकास में साथ दे और पीएम के हाथ को मजबूत करना चाहते हैं। लंबा काफिला है जो चाहता है कि देश में सशक्त सरकार बने मुझे पूरी उम्मीद है कि आने वाले समय में दिल्ली में भी बीजेपी का परचम फहरेगा।अरविंदर सिंह लवली इस्तीफा देने के बाद लवली ने कहा, ‘मैं किसी पार्टी में नहीं जा रहा हूं क्यूंकि मेरी लड़ाई उसूलों को लेकर के है। कांग्रेस कार्यकर्ताओं के मन में जो पीड़ा है, मैंने उसको ध्यान में रखकर इस्तीफा दिया है।

अरविंदर सिंह लवली राजनैतिक करियर
अरविंदर सिंह लवली दिल्ली में जन्मे और पले-बढ़े दिल्ली विश्वविद्यालय के एसजीटीबी खालसा कॉलेज से राजनीति विज्ञान में स्नातक की उपाधि प्राप्त की थी वह अपने कॉलेज के दौरान से छात्र राजनीति में एक्टिव थे। 1990 में, अरविंदर सिंह लवली दिल्ली युवा कांग्रेस में बतौर महासचिव चुने गए थे और फिर 1992 से 1996 तक नेशनल स्टूडेंट यूनियन ऑफ इंडिया (एनएसयूआई) के महासचिव के रूप में भी कार्य किया था। अरविंदर सिंह लवली के राजनैतिक करियर की बात करें तो वह कांग्रेस की दिल्ली में सबसे खास नामों में से एक रहे हैं। अरविंदर सिंह लवली सबसे कम उम्र के विधायक थ। जब वह पहली बार 1998 में गांधी नगर सीट से दिल्ली विधानसभा के लिए चुने गए थे. वह साल
2015 तक इस निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते रहे है। लवली ने दिल्ली में शीला दीक्षित के नेतृत्व वाली सरकारों में शहरी विकास , राजस्व मंत्रालय, शिक्षा और परिवहन जैसे कई महत्वपूर्ण विभाग संभाले थे। दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली ने क्रिकेटर से राजनेता बने गौतम गंभीर भारतीय जनता पार्टी और आतिशी आम आदमी पार्टी के खिलाफ पूर्वी दिल्ली निर्वाचन क्षेत्र से 2019 का लोकसभा चुनाव लड़े थे । परन्तु इस चुनाव में वह गौतम गंभीर से हार गए थे।अरविंदर सिंह लवली करीब 30 साल से कांग्रेस से जुड़े हुए रहे थे। वह 2017 में भी कांग्रेस से हाथ छुड़ा लिए थे और उस दौरान अप्रैल 2017 में वह भाजपा में शामिल हो गए थे लेकिन कुछ महीनों के बाद ही उन्होंने कांग्रेस में वापसी लौट आये थी। तब अरविंदर सिंह ने कहा था कि, वह भाजपा में ‘वैचारिक रूप से अनुपयुक्त’ थे। 2020 के दिल्ली चुनाव में कांग्रेस ने अरविंदर सिंह लवली को उनके विधानसभा क्षेत्र गांधी नगर से मैदान में उतारा गया था, जहां उनका मुकाबला भाजपा के नवीन चौधरी (दीपू) और आप मौजूदा विधायक अनिल बाजपेयी से हुआ था.

 

 

 

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