
दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए आज चुनाव आयोग तारीखों का ऐलान कर दिए है। चुनाव आयोग प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों पर तारीख तय की है। यह तारीख है 5 फरवरी को वोटिंग और 8 फरवरी को नतीजे दिए जायेगे। यह चुनाव एक चरण में ली जाएगी ।
इस बार भी दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी , आम आदमी पार्टी, और कांग्रेस के बीच त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिलेगा। दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए आज चुनाव आयोग के मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने तारीखों को तय की और कहा शिष्टाचार का ध्यान रखे साथ ही कहा महिलाओं के खिलाफ गलत भाषा न बोले चुनाव प्रचार में भाषा पर खासकर ख्याल रखे।
चुनाव आयोग ने तारीख ऐलान करते हुए बताया की दिल्ली में 13 हजार से अधिक पोलिंग बूथ होंगे और चुनाव आयोग ने 85 साल से अधिक उम्र के लोग घर से वोट डाल सकते हैदिव्यांग वोटर्स और वरिष्ठ नागरिकों के लिए भी घर से मतदान की सुविधा किया जायेगा यदि कोई दिव्यांग पोलिंग बूथ पर जाकर वोट डालना चाहते हैं तो उनके लिए व्हीलचेयर की व्यवस्था होगी और साथ ही रैंप बनवाये जायेगें ।
चुनाव आयोग ने वोटर लिस्ट जारी किये थे सोमवार को जिसके मुताबिक थर्ड जेंडर वोटर्स की संख्या 1,261 हैं। महिला वोटर्स की संख्या 71,73,952 है और पुरुष वोटर्स की संख्या 83,49,645 है। दिल्ली के चुनाव में इस बार कुल 1.55 करोड़ से ज्यादा वोटर्स है।
दिल्ली विधानसभा चुनाव नामांकन :- दिल्ली विधानसभा चुनाव में नामांकन 10 जनवरी से शुरू होगी 17 जनवरी तक चलेगी। अगर कोई उमीदवार अपना नाम चुनाव से हटाना चाहते है वो 20 जनवरी तक वापस ले सकते। 5 फरवरी को वोटिंग और 8 फरवरी को नतीजे।
चुनाव आयोग प्रेस कॉन्फ्रेंस में क्या क्या कहा :- दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए आज चुनाव आयोग के मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने तारीखों का ऐलान करते हुए प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा वोटर लिस्ट में गलत एंट्री के आरोपों को सुनकर दुख होता है और उन्होनें कहा ये ईवीएम इलेक्शन है ,धीमी मतगणना के आरोप लगाए गए हैं। वोटर लिस्ट में नाम काटने की शिकायत की गई है। धीमी मतगणना के आरोप लगाए गए हैं चुनाव आयोग पर कई तरह के सवाल उठाए गए हैं। आयुक्त राजीव कुमार ने कहा इन सवलों जवाब देना हमारी जिम्मेदारी है। पारदर्शिता हमारी प्राथमिकता है।
ईवीएम से छेड़छाड़ की बात में दम नहीं है चुनाव आयोग ने कहा कोर्ट ने माना है कि ईवीएम को हैक नहीं क्या जा सकता है। परन्तु ईवीएम पर शक जताने की कोशिश की गई है । चुनाव आयोग ने कहा ईवीएम चुनाव से सात-आठ दिन पहले तैयार किया जाता है और इनकों एजेंट के सामने सील किया जाता है। मतदान के बाद ईवीएम सील की जाती है. ईवीएम में अवैध वोट की संभावना नहीं है। ईवीएम की प्रक्रिया पूरी तरह से पारदर्शी है।इन सब बातों का जिक्र चुनाव आयोग प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा है।